“WHO रिपोर्ट: गर्भावस्था के दौरान जटिलताएँ बढ़ा रहीं मातृ मृत्यु दर – जानें समाधान”

गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का समय पर पता नहीं चलना – WHO की रिपोर्ट

📅 8 मार्च 2025 | विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की नई रिपोर्ट

गर्भावस्था और प्रसव के दौरान कई गंभीर जटिलताओं का समय पर पता नहीं चल पाता और वे अनदेखी रह जाती हैं, जिससे दुनिया भर में गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर लगातार एक बड़ी चिंता बनी हुई है। WHO की नई रिपोर्ट, जो द लांसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित हुई है, में यह खुलासा हुआ है कि अत्यधिक रक्तस्राव (Haemorrhage) और गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप (Preeclampsia) जैसी समस्याएँ मातृ मृत्यु के प्रमुख कारण हैं।


🔍 प्रमुख निष्कर्ष:

🔸 रक्तस्राव (Haemorrhage) – लगभग 80,000 महिलाओं की मृत्यु (2020 के आंकड़ों के अनुसार)।
🔸 प्री-एक्लेम्पसिया और अन्य हाइपरटेंसिव विकार (Hypertensive Disorders)50,000 मौतें
🔸 संक्रमण (Sepsis), फेफड़ों में रक्त का थक्का (Pulmonary Embolism) और गर्भपात से जुड़ी जटिलताएँ भी प्रमुख कारण।
🔸 अन्य बीमारियाँ (HIV/AIDS, मलेरिया, एनीमिया, डायबिटीज)23% मातृ मृत्यु दर का कारण।

2020 में कुल 2,87,000 मातृ मृत्यु दर्ज की गईं – यानी हर 2 मिनट में एक महिला की मृत्यु गर्भावस्था या प्रसव के दौरान हुई।


⚠️ मातृ मृत्यु दर को बढ़ाने वाले कारक

समय पर देखभाल न मिलना: गरीब और मध्यम आय वाले देशों में लाखों महिलाओं को गर्भावस्था से पहले और बाद में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ नहीं मिल पातीं।
गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं की अनदेखी: गर्भवती महिलाओं की नियमित जाँच और उनकी पूर्व स्थितियों (हाई ब्लड प्रेशर, एनीमिया, डायबिटीज आदि) की सही समय पर पहचान नहीं की जाती।
असुरक्षित गर्भपात (Unsafe Abortion): कई देशों में असुरक्षित गर्भपात से जुड़ी जटिलताएँ महिलाओं की मृत्यु दर में वृद्धि कर रही हैं।
प्रसव के बाद की देखभाल की कमी: कई देशों में लगभग 33% महिलाएँ प्रसव के बाद आवश्यक पोस्टनेटल चेकअप नहीं करवा पातीं।


🩺 समाधान और बचाव के तरीके

समय पर प्रसवपूर्व (Antenatal) और प्रसवोत्तर (Postnatal) देखभाल सुनिश्चित करना।
गर्भवती महिलाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना।
रक्तस्राव और हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्थितियों का समय पर इलाज।
गर्भवती महिलाओं को बेहतर पोषण और मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करना।
गर्भपात से जुड़ी सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना।

WHO ने 2024 में ‘Postpartum Haemorrhage Roadmap’ लॉन्च किया, जो प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव से महिलाओं की मृत्यु रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।


🌍 विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 – मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान

2025 का विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day 2025) मातृ और नवजात स्वास्थ्य पर केंद्रित होगा। इस दिन, WHO और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य संगठन गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने पर ज़ोर देंगे।

इस अभियान का उद्देश्य है:
✔️ मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना
✔️ प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल को मजबूत करना
✔️ विकासशील देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना


WHO की यह रिपोर्ट दर्शाती है कि गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी कई जटिलताएँ समय पर पहचानी और इलाज की जाएँ, तो लाखों महिलाओं की जान बचाई जा सकती है। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और महिलाओं को जागरूक करना इस संकट से निपटने के लिए आवश्यक कदम हैं।

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SURENDRA CHOUDHARY

Surendra Choudhary is a part-time blogger and content creator with a keen interest in government medical jobs, nursing, paramedical recruitment, and health schemes in India and Rajasthan. Alongside his professional work, he manages rajnhm.com, where he shares authentic updates, official notifications, and helpful guides for aspirants and healthcare professionals. His goal is to make complex information accessible and useful for everyone.

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