
राजस्थान मेडिकल भर्ती में मेरिट कैसे बनती है? पूरी जानकारी (कैडर-वाइज उदाहरण सहित)
राजस्थान में नर्सिंग और पैरामेडिकल भर्ती के लिए हर साल कई रिक्तियाँ आती हैं, जिनमें ANM, GNM, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट, ऑप्थेलमिक असिस्टेंट, डेंटल टेक्नीशियन, ECG टेक्नीशियन आदि पद शामिल होते हैं। पहले इन भर्तियों में मेरिट आधारित चयन किया जाता था, लेकिन अब कई पदों पर लिखित परीक्षा (Written Exam) से भी भर्ती हो रही है।
इस लेख में हम नर्सिंग और पैरामेडिकल भर्तियों के लिए कैडर-वाइज मेरिट गणना को विस्तार से समझेंगे।
1. मेरिट बनाने की सामान्य प्रक्रिया
📌 मेरिट गणना का फार्मूला (Merit Calculation Formula)
✍ मेरिट = (12वीं के प्रतिशत + डिग्री/डिप्लोमा के प्रतिशत) × 70% + अनुभव के अंक (प्रति वर्ष 10 अंक, अधिकतम 30 अंक)
📢 विशेष ध्यान दें:
🔹 फार्मासिस्ट भर्ती में 12वीं के अंक नहीं गिने जाते, केवल डिग्री/डिप्लोमा के अंक गिने जाते हैं।
🔹 अनुभव के अधिकतम 30 अंक ही दिए जाते हैं।
🔹 अब कई पदों पर लिखित परीक्षा भी करवाई जा रही है।
2. नर्सिंग और पैरामेडिकल कैडर-वाइज मेरिट गणना
(A) ANM भर्ती की मेरिट कैसे बनती है?
📌 योग्यता: 12वीं पास + ANM डिप्लोमा
📌 मेरिट गणना: 12वीं और डिप्लोमा के अंकों का 70% + अनुभव के 30 अंक
उदाहरण:
🔹 12वीं में 75% अंक और ANM डिप्लोमा में 80% अंक
🔹 (75+80) / 2 = 77.5%
🔹 77.5 × 70% = 54.25 अंक
🔹 अगर 2 साल का अनुभव है, तो 20 अंक और जुड़ेंगे।
🔹 कुल मेरिट = 54.25 + 20 = 74.25
(B) GNM भर्ती की मेरिट कैसे बनती है?
📌 योग्यता: 12वीं पास + GNM डिप्लोमा
📌 मेरिट गणना: 12वीं और डिप्लोमा के अंकों का औसत निकालकर 70% + अनुभव के 30 अंक
उदाहरण:
🔹 12वीं में 70% अंक और GNM डिप्लोमा में 85% अंक
🔹 (70+85) / 2 = 77.5%
🔹 77.5 × 70% = 54.25 अंक
🔹 अगर 3 साल का अनुभव है, तो 30 अंक जुड़ेंगे।
🔹 कुल मेरिट = 54.25 + 30 = 84.25
(C) लैब टेक्नीशियन भर्ती की मेरिट कैसे बनती है?
📌 योग्यता: 12वीं पास (PCB) + लैब टेक्नीशियन डिप्लोमा
📌 मेरिट गणना: 12वीं और डिप्लोमा के अंकों का औसत निकालकर 70% + अनुभव के 30 अंक
(D) फार्मासिस्ट भर्ती की मेरिट (12वीं के अंक नहीं गिने जाते)
📌 योग्यता: फार्मेसी डिप्लोमा या डिग्री
📌 मेरिट गणना: सिर्फ डिप्लोमा/डिग्री के अंकों का 70% + अनुभव के 30 अंक
(E) अन्य पैरामेडिकल भर्तियाँ (रेडियोग्राफर, डेंटल टेक्नीशियन, ऑप्थेलमिक असिस्टेंट, ECG टेक्नीशियन)
📌 योग्यता: 12वीं पास (PCB) + संबंधित डिप्लोमा
📌 मेरिट गणना: 12वीं और डिप्लोमा के अंकों का 70% + अनुभव के 30 अंक
3. मेरिट बनाम लिखित परीक्षा का अंतर
तत्व | मेरिट आधारित चयन | लिखित परीक्षा आधारित चयन |
---|---|---|
चयन प्रक्रिया | 12वीं और डिग्री/डिप्लोमा के अंकों के आधार पर | परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर |
अनुभव का महत्व | अनुभव के अंक जुड़ते हैं (प्रति वर्ष 10 अंक, अधिकतम 30 अंक) | अनुभव का कोई प्रभाव नहीं होता |
योग्यता का प्रभाव | अधिक योग्यता वाले अभ्यर्थियों को अधिक अंक मिलते हैं | परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों का चयन होता है |
समय अवधि | जल्दी परिणाम आता है | परीक्षा और परिणाम प्रक्रिया में अधिक समय लगता है |
नए उम्मीदवारों का अवसर | नए उम्मीदवारों को कम मौके मिलते हैं | सभी को समान अवसर मिलता है |
कोचिंग की जरूरत | नहीं | हां, परीक्षा के लिए तैयारी जरूरी होती है |
भ्रष्टाचार की संभावना | कम | परीक्षा लीक होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं |
4. भविष्य में चयन प्रक्रिया कैसी होगी?
🔹 अब कई पदों पर लिखित परीक्षा शुरू हो गई है।
🔹 ANM, GNM, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर जैसे पदों में अभी भी मेरिट आधारित चयन होता है।
🔹 भविष्य में लिखित परीक्षा का ट्रेंड बढ़ सकता है, इसलिए उम्मीदवारों को पहले से ही तैयारी शुरू करनी चाहिए।
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राजस्थान मेडिकल भर्ती में पहले मेरिट आधारित चयन किया जाता था, लेकिन अब लिखित परीक्षा का भी प्रचलन बढ़ रहा है। इसलिए उम्मीदवारों को दोनों तरीकों से खुद को तैयार रखना चाहिए।
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